देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
अर्थ: हे भोलेनाथ आपको नमन है। जिसका ब्रह्मा आदि देवता भी भेद न जान सके, हे शिव आपकी जय हो। जो भी इस पाठ को मन लगाकर करेगा, शिव शम्भु उनकी रक्षा करेंगें, आपकी कृपा उन पर बरसेगी।
प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला। जरत सुरासुर भए विहाला॥
महाभारत काल से दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिर
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
बृहस्पतिदेव की कथा
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
कभी-कभी भक्ति करने को मन नहीं करता? - प्रेरक कहानी
भक्त अपने जीवन में पैदा हुई कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने के लिए श्री शिव चालीसा का नियमित पाठ करते हैं। श्री शिव चालीसा के पाठ से आप अपने दुखों को दूर कर भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं। शिव चालीसा का shiv chalisa lyricsl पाठ हमेशा सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद करना चाहिए। भक्त प्रायः सोमवार, शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, त्रयोदशी व्रत एवं सावन के पवित्र महीने के दौरान शिव चालीस का पाठ खूब करते हैं।
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु shiv chalisa lyricsl हमारी॥
शिव पंचाक्षर स्तोत्र